शेयर बाजार में सर्किट लिमिट , Circuit limit in share market - ज़िन्दगी के अनुभव पर Blog : Blog on Life experience

बुधवार, 18 मार्च 2020

शेयर बाजार में सर्किट लिमिट , Circuit limit in share market

शेयर बाजार में सर्किट लिमिट क्या होती है ?, 

What is Circuit limit in share market?


zindagi ke anubhav par blog
 शेयर मार्किट में सर्किट लिमिट 

दिनांक 13-03-2020 को शेयर ट्रेडिंग करते समय अचानक ट्रेडिंग बंद हो गई। "सोचा", नेटवर्क चला गया होगा। लैपटॉप से मोबाइल पर ट्रेडिंग का प्रयास किया, परन्तु वहां भी कोई हलचल नहीं दिखी। ब्रोकर को फोन लगाया तो सारे नम्बर व्यस्त। "टीवी" खोला तब पता चला की BSE /NSE में सर्किट लग गया है। एक घंटे बाद फिर से Pre-opening होगी और 10 :21 से ट्रेडिंग शुरू होगी। 
टीवी पर समाचार सुनने पर ही पता चला की BSE /NSE में दोपहर एक बजे से पहले ही मार्किट 10 % गिर जाए या ऊपर चढ़ जाए  तो सर्किट लग जाता है। तब सर्किट लगने की पूरी जानकारी इस तरह से प्राप्त करी। आइये समझते हैं कि "नीचे / ऊपर  का सर्किट "[Lower / Upper Circuit ] में क्या होता है और इसकी गढ़ना कैसे होती है।

SEBI [Security and Exchange Board of India] की गाइड -लाइन के अनुसार भारतीय स्टॉक एक्सचेंज BSE /NSE को इंडेक्स -आधारित -मार्किट -वाइड सर्किट ब्रेकर को लागू करना होता है। ये जुलाई 2001 से लागू किया गया। सर्किट ब्रेकर, इंडेक्स की चाल पर तीन स्टेज पर लागू होता है। ये स्टेज 10 %, 15 % या फिर 20 % की मूवमेंट पर होती हैं। ये ब्रेकर कब -कब लागू होता है , इसे निम्न टेबल से समझते हैं :-

ट्रिगर लिमिट
Trigger Limit
ट्रिगर टाइम
Trigger Time
मार्केट ठहराव
अवधि
Market halt
duration
मार्केट ठहराव के बाद प्रे-ओपन  कॉल ऑक्शन सेशन
Pre-open call auction session post market halt




10%
दोपहर 01 :00 बजे से पहले
45 मिनिट
15 मिनिट
दोपहर 01 :00  बजे से 02 :30 तक
15 मिनिट
15 मिनिट
दोपहर 02 :30 बजे से और उसके बाद
कोई ठहराव नहीं
लागू नहीं




15%
दोपहर 01 :00 बजे से पहले
1 घंटा 45 मिनिट
15 मिनिट
दोपहर 01 :00  बजे से 02 :00 तक
45 मिनिट
15 मिनिट
दोपहर 02 :00 बजे से और उसके बाद
शेष ट्रेडिंग अवधि तक
लागू नहीं
     20%
मार्किट में किसी भी समय
शेष ट्रेडिंग अवधि तक
लागू नहीं


                  दिनांक 12-03-2020 को निफ़्टी 9590.15 पर बंद हुआ था। 
दिनांक 13-03-2020 को ट्रिगर लिमिट इस प्रकार होती 
                                                10%

959.00
                                                15%

1438.50
                                                 20%

1918.05
इसलिए दिनांक 13-03-2020 को सुबह 09:21 बजेनिफ़्टी-50” जैसे ही 8651.85 तक नीचे आया , मार्केट में 10% का सर्केट लग गया और ट्रेडिंग 45 मिनिट के लिए रोक दी गई !!


शेयर बाजार में सर्किट लिमिट क्या होती है ?

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शेयर मार्किट सर्किट लिमिट 

उपरोक्त के अतिरिक्त "शेयर विशेष"  [particular equity share]  में सर्किट लिमिट अलग-अलग हैं।
जब से मैंने शेयर बाजार में काम शुरू किया है , मैं समझ ही नहीं पाता था की इंट्राडे -ट्रेडिंग करते समय कौन सा शेयर कब सर्किट -लिमिट पर आकर बंद हो जाए और आगे उसमे काम ही न हो। तीन -चार बार शार्ट सेलिंग करते हुए पेनल्टी सहित पैसे भरने पड़े, क्यूंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में यदि आपके पास किसी कंपनी के शेयर न होते हुए भी आप इस विचार से बेच /खरीद कर सकते हैं की अपेक्षित रेट आने पर सौदा काट देंगे,  लेकिन यदि सर्किट न खुले तो खरीदने पर डिलीवरी उठानी पड़ेगी और बेचने पर डिलीवरी देनी होगी । एक -दो बार खरीदते हुए पैसे भरने पड़े।  "जब तक सिर न मुंड़वाओ , गंजेपन का एहसास नहीं होता ". यानी की जब तक स्वयं पर चोट न लगे दर्द का एहसास नहीं होता।  अतः हमने पैसे भर दिए और घाटे में फँस गए।

इंट्राडे-ट्रेडर के साथ बहुदा ऐसा होता है। कोई शेयर 5 ,10 ,15 ,20 % तक गिरने / चढ़ने पर मार्किट में सर्किट लग जाता है और ट्रेडर सौदा काट नहीं पाता। अगर नीचे में खरीदें हैं तो सर्किट लगने पर डिलीवरी उठानी पड़ेगी और पैसे भरने पड़ेंगे और ऊपर में बेचे हैं तो डिलीवरी देनी पड़ेगी। डिलीवरी नहीं है तो शेयर ऑक्शन में चला जाएगा और पेनल्टी भुगतनी पड़ेगी !!

परन्तु कुछ ऐसे भी शेयर हैं जो 25 , 30 , 35 , 40 , 45 , 50 % तक भी नीचे / ऊपर हो जाते हैं , परन्तु उनमें सर्किट नहीं लगता है। इसका कारण है कि जो शेयर "फ्यूचर " और "ऑप्शन " में ट्रेड होते हैं उन पर सर्किट लगता तो है लेकिन तुरंत अगले चरण के लिए खुल भी जाता है। ज्यादातर Nifty -50 के स्टॉक्स फ्यूचर या ऑप्शन में भी ट्रेड होते है, जैसे की  :- HDFC, ICICI Bank,IndusInd bank, Reliance Industries, Indiabulls Housing Finance, Yes Bank, Apollo tyres, Asian Paint, Bajaj Auto, MGL etc.... etc....

इसके अतिरिक्त स्टॉक एक्सचैंजेस BSE /NSE समय -समय पर किसी विशेष "शेयर " के लिए सर्किट -लिमिट बदलते रहते हैं ताकि निवेशकों को अवांछित लाभ /हानि से बचाया जा सके. इन्हीं दिनों IRCTC का स्टॉक जब टूटना शुरू हुआ तो सर्किट लिमिट 10 % से बदल कर 5 % कर दी गई ! अतः जो इंट्राडे -ट्रेडर्स हैं उन्हें Lower/upper circuit की जानकारी अवश्य रखनी चाहिए। 

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https://www.zindagikeanubhav.in/2019/12/Intraday-trading-vs-T-20-match.html ← यहाँ पढ़ें।

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